Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana – जैसा कि हम जानते हैं कि हमारी राज्य व केंद्र सरकार देश के युवाओं, विधवाओं, बुजुर्गों, विद्यार्थियों और किसानों के लिए समय-समय पर अनेक योजनाओं का शुभारंभ करती रहती है जिससे उनका और देश का विकास हो सके। जैसा कि हम जानते हैं झारखंड राज्य की सरकार ने किसानों को सूखे से बचाने के लिए और उन्हें हमेशा खेती करने के लिए उत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के अभियान एवं योजनाएं का शुभारंभ किय है। इस बार झारखंड सरकार ने झारखंड के किसानों के लिए Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana का शुभारंभ किया है। इस योजना का मकसद झारखंड में बारिश की कमी के कारण खरीफ फसलों की खेती करने वाले किसानों की परेशानी को कम करना है।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को धान की सीधी बुआई, ऊपरी जमीन पर उड़द, मूंग, अरहर, मक्का, कुलथी, तोरिया, ज्वारमडुआ की खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसलिए इन्हें छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीच अनुदान पर प्रदान किए जाएंगे। जिससे इन्हें 12 माह खेती करने में कोई परेशानी न हो।अगर आप भी राजस्थान के निवासी हैं और वर्क फ्रॉम होम योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के द्वारा Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana के बारे में बताएंगे, इस योजना के मुख्य विचार, उद्देश्य, पात्रता मापदंड, आवश्यक दस्तावेज और आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में बताएंगे। कृपया आप हमारे इस लेख को पूरा एवं ध्यानपूर्वक पढें।

Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana 2023
Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana का शुभारंभ झारखंड सरकार और किसान विभाग द्वारा किया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को धान के साथ ऊपरी जमीन पर उड़द, मूंग, अरहर, मक्का, कुलथी, तोरिया, ज्वार, मडुआ की खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिसके लिए उन्हें छोटी अवधि सूखा प्रति रोगी नस्ल के बीच अनुदान पर प्रदान करें जाएंगे। ये बीज कम बारिश में भी तैयार हो जाएंगे। इस योजना के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि होगी क्योंकि वह सूखे में भी इस योजना के माध्यम से खेती कर सकते हैं। खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के FPO तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा सूखा प्रतिरोधी कम अवधि उड़द प्रभेद PU-31 बीज 50% अनुदानित दर Rs 64 प्रति किलो पर उपलब्ध कराएंगे। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सूखा पड़ने के कारण धान की खेती से होने वाले नुकसान से बचाया जाएगा।
झारखंड खेती योजना के मुख्य विचार
योजना का नाम | झारखंड वैकल्पिक खेती योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | झारखंड सरकार और कृषि विभाग द्वारा |
लाभार्थी | झारखंड के किसान |
उद्देश्य | झारखंड के किसानों की आय में वृद्धि करना और उन्हें दलहन, तिलहन एवं सब्जियों की खेती करने के लिए प्रेरित करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
राज्य | झारखंड |
योजना स्तर | राज्य |
अधिकारिक वेबसाइट |
वैकल्पिक खेती योजना झारखंड के उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को वेकल्पिक खेती जैसे दलहनी तिलहनी एवं सब्जी की खेती करने के लिए उत्साहित या प्रेरित करना है। इस योजना के माध्यम से किसानों को झारखंड राज्य में होने वाली कम बारिश के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार एवं कृषि विभाग द्वारा 5,00,000 से अधिक किसानों को अनुदानित बीज प्रभेद उपलब्ध करवाए जा चूके हैं। जिससे की वो है इन बीजों के द्वारा खेती कर सकें। और कम बारिश के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान से बच सकें। झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए झारखंड सरकार जगह-जगह गोष्ठी का आयोजन करवा रही है।
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झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के लाभ और विशेषताएं
- झारखंड वैकल्पिक खेती योजना का शुभारंभ झारखंड सरकार और किसान विभाग द्वारा किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत किसानों को धान की सीधी बुआई, ऊपरी जमीन पर उड़द, मूंग, अरहर, मक्का, कुलथी, तोरिया, ज्वारमडुआ की खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसलिए इन्हें छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीच अनुदान पर प्रदान किए जाएंगे। जिससे इन्हें 12 माह खेती करने में कोई परेशानी न हो।
- झारखंड वैकल्पिक खेती योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए झारखंड सरकार जगह-जगह गोष्ठी का आयोजन करवा रही है।
- इस योजना के कारण किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- इस योजना का लाभ केवल झारखंड राज्य के किसान ही ले सकते हैं।
- खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के FPO तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा सूखा प्रतिरोधी कम अवधि उड़द प्रभेद PU-31 बीज 50% अनुदानित दर Rs 64 प्रति किलो पर उपलब्ध कराएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत किसानों को सूखा पड़ने के कारण धान की खेती से होने वाले नुकसान से बचाया जाएगा।
झारखंड खेती योजना 2023 के पात्रता मापदंड
- इस योजना का लाभ केवल झारखंड के मूल निवासी ही ले सकते हैं।
- इस योजना का लाभ केवल झारखंड के किसान ही ले सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवारों को कुछ आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है। जिनकी सहायता से वे आवेदन करने में सफल हो पाते हैं। Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana का लाभ उठाने के लिए आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज होना आवश्यक है।
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- सिग्नेचर
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झारखंड वैकल्पिक खेती योजना 2023 की आवेदन करने की प्रक्रिया
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको सबसे पहले तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड सदस्य की FPO के CEO प्रिय रंजन से संपर्क स्थापित करना है।
- इसके बाद आपको ब्लॉक चेन प्रणाली में अपना पंजीकरण करवाना होगा।
- पंजीकरण करवाने के बाद आप अनुदानित छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीच खरीद सकते है।
झारखंड वैकल्पिक खेती योजना से जुड़े कुछ सवाल एवं उनके जवाब
Ans 1 – इस योजना का शुभारंभ झारखंड सरकार और किसान विभाग द्वारा किया गया है।
Ans 2 – इस योजना का लाभ केवल झारखंड के किसान ले सकते हैं।
Ans 3 – इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को वैकल्पिक खेती जैसे दलहनी, तिलहनी एवं सब्जी की खेती के लिए प्रेरित करना है।
Ans 4 – इस योजना के माध्यम से किसान कम बारिश से होने वाले आर्थिक नुकसान से बच सकेंगे।