Ghasyari Kalyan Yojana:- पर्वतीय क्षेत्र के पशुपालक महिलाओं के कंधे से बोझ हल्का करने और उनको विभिन्न हादसों से बचाने हेतु उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा 25 फरवरी 2021 को किया गया। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को उनके क्षेत्र में ही चारे की आपूर्ति की जाएगी। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना 2023 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana 2023
इस योजना की शुरुआत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा पर्वतीय क्षेत्र की पशुपालक महिलाओं को उनके इलाके में चारा उपलब्ध कराने हेतु की गई है। इस योजना के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र के महिलाओं को चारा लेने के लिए जंगलों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana के तहत अब महिलाओं को उनके क्षेत्र में ही चारा उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वह किसी हादसे का शिकार ना हो पाए। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए। सरकार द्वारा महिलाओं को सस्ते दरों पर चारा उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के तहत चारा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
- उत्तराखंड राज्य में चारा उपलब्ध कराने हेतु सरकार द्वारा लगभग 7,771 केंद्र खोले जाएंगे।
- इन केंद्रों में से महिलाओं को 3 रुपए प्रति किलोग्राम से चारों मुहैया कराया जाएगा।
- उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के माध्यम से महिलाएं जंगली जानवरों के शिकार होने से बचेंगे और उनके कंधों से बोझ कम किया जा सकेगा।

उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के मुख्य तथ्य
इस योजना के तहत मुख्य तथ्य कुछ इस प्रकार हैं:-
योजना का नाम | Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana 2023 |
किसके द्वारा शुरू की गई | मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा |
घोषणा तिथि | 25 फरवरी 2021 |
आरंभ तिथि | सितंबर 2021 |
योजना के लाभार्थी | ग्रामीण क्षेत्र की पशुपालक महिलाएं |
योजना का उद्देश्य | महिलाओं को उनके क्षेत्र में सस्ते दरों पर चारा उपलब्ध कराना |
योजना का लाभ | पशुपालकों को पैक्ड सील्ड चारा उपलब्ध कराना |
योजना का बजट | 25 करोड़ रुपये |
कुल चारा केंद्र | 7,771 केंद्र |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन व ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी आरंभ नहीं की गई |
Ghasyari Kalyan Yojana का उद्देश्य
जैसे कि हम सभी जानते हैं पर्वती क्षेत्र के ग्रामीण पशु पालक महिलाओं को अपने पशुओं के लिए चारा इकट्ठा करने हेतु विभिन्न जंगलों के चक्कर काटने पड़ते हैं और ऐसे में वह जंगली जानवरों का शिकार हो जाती है या उनके साथ कोई हादसा हो जाता है। इसी कठिनाई को मद्देनजर रखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जी के द्वारा उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को उनके क्षेत्र में ही चारा मुहैया कराया जाएगा। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि इन महिलाओं को चारा प्राप्त करने के लिए विभिन्न जंगलों के चक्कर काटने की आवश्यकता ना पड़े।
- UK Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana के अंतर्गत महिलाओं के क्षेत्र में केंद्र खोले जाएंगे,
- जिनके माध्यम से उन्हें ₹3 प्रति किलो की दर से चारा मुहैया कराया जाएगा।
- इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जाए।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा महिलाओं को सशक्तिकरण की ओर ले जाने हेतु उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना की घोषणा की गई थी। इस योजना के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को चारा लाने के लिए जंगलों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी एवं उन्हें अपने क्षेत्र में ही चारा मुहैया करवाया जाएगा। 25 अक्टूबर 2021 को केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा बताया गया कि प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री कछियारी कल्याण योजना का शुभारंभ अक्टूबर के आखिर में किया जाएगा। गृह मंत्री द्वारा सभी तैयारियों को पूरा रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
सितंबर में होगा उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का उद्घाटन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा राज्य की महिलाओं को चारों उनके क्षेत्र में उपलब्ध कराने हेतु उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य की महिलाओं को अपने पशुओं के लिए चारा प्राप्त करने हेतु विभिन्न जंगलों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस योजना को आरंभ करने की घोषणा मुख्यमंत्री जी द्वारा कैबिनेट बैठक के दौरान 25 फरवरी 2021 को की गई। हाल ही में ही राज्य के मुख्यमंत्री जी के द्वारा इस योजना समित 670 सहकारी समितियों का उद्घाटन करने की घोषणा की। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा सितंबर में उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का उद्घाटन किया जाएगा।
- UK Ghasiyari Kalyan Yojana के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा 25 करोड़ रुपये का प्रावधान भी दे दिया गया है।
- पर्वती क्षेत्र की महिलाएं अब अपने क्षेत्र से ही पशुओं का चारा प्राप्त कर सकेंगे,
- और उन्हें किसी भी प्रकार के शिकार का सामना नहीं करना पड़ेगा।
3 लाख महिलाओं के कंधों से उतरेगा बोझ
घसियारी कल्याण योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को चारा उनके क्षेत्र में उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना को आरंभ करते समय सरकार का मुख्य उद्देश्य था कि पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं के कंधों से चारा लाने का बोझ कम किया जाए। इसलिए सरकार द्वारा उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना को मंजूरी प्रदान की गई थी। राज्य की 3 लाख महिलाओं के कंधों से बोझ कम किया जाएगा। इस योजना के तहत इन महिलाओं को गांव में ही पैक्ड सील्ड और संपूर्ण मिश्चित पशुहार उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि महिलाओं को चारा लाने के लिए विभिन्न गांव के चक्कर काटने की आवश्यकता ना पड़े।
- Ghasiyari Kalyan Yojana के तहत प्रदान किए जाने बाला चारा महिलाओं को 3 रुपये प्रति किलोग्राम दर से प्रदान किया जाएगा।
- अब राज्य की महिलाओं के कंधों में दर्द, कमर दर्द गर्दन दर्द और घुटनों की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
|Apply| मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना
7,771 केंद्रों का होगा शुभारंभ
इस योजना के तहत महिलाओं को चारा उपलब्ध कराने हेतु लगभग 7,771 केंद्रों का शुभारंभ किया जाएगा। इन केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं तीन रुपए प्रति किलो की दर से चारा खरीदने में सक्षम रहेंगी। राज्य की महिलाएं अपने पशुओं के लिए इन केंद्रों के माध्यम से पैक्ड सील्ड चारा प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे। इन केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को एक बहुत बड़ी राहत प्राप्त होगी। Uttrakhand Ghasiyari Kalyan Yojana के माध्यम से इन महिलाओं को जंगल से चारा इकट्ठा करने में अपना समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा और ना ही उन्हें किसी खतरे का सामना करना पड़ेगा। इस योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो जंगल जाकर अपने पशुओं के लिए चारा इकट्ठा करके लाती हैं।
- Ghasyari Kalyan Yojana को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि जानवरों को पौष्टिक भोजन सब्सिडी दरों पर प्रदान किया जाए।
- पशुओं के लिए पोस्टिक चारा प्राप्त करने के बाद पहाड़ों की महिलाओं के सर से एक बोझ कम होगा।
- इस योजना के माध्यम से राज्य की महिलाएं आत्मनिर्भर व सशक्त बनेगी।
Uttrakhand Ghasiyari Kalyan Yojana Benefits
इस योजना के तहत लाभ निम्नलिखित हैं:-
- इस योजना का मुख्य लाभ पर्वती क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से राज्य की महिलाओं को अपने पशुओं के लिए चारा लाने हेतु जंगलों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के माध्यम से महिलाओं के समय की भी बचत होगी एवं किसी हादसे का शिकार भी नहीं होंगी।
- Uttrakhand Ghasiyari Kalyan Yojana को आरंभ करने का मुख्य लाभ है कि-
- राज्य के जानवरों को पौष्टिक भोजन सब्सिडी दरों पर प्रदान किया जाएगा।
- राज्य की महिलाएं इस योजना के माध्यम से 3 रुपये प्रति किलो की दर से सारा प्राप्त कर सकेंगी।
- सरकार द्वारा इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए 25 करोड़ रुपये बजट का प्रावधान प्रदान किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से पशुपालक महिलाओं के कंधों से बोझ कम होगा।
- चारा उपलब्ध कराने हेतु सरकार द्वारा 7,771 केंद्रों का शुभारंभ किया जाएगा।
- इन केंद्रों के माध्यम से ही राज्य की महिलाएं पोषित चारा प्राप्त कर सकेंगे।
- अब राज्य की महिलाओं को चारा प्राप्त करने के लिए विभिन्न जंगलों के चक्कर काटने की आवश्यकता ना पड़ेगी।
- उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के माध्यम से महिलाएं जंगली जानवरों की शिकार होने से बचे की एवं उनके कंधों से बोझ भी कम किया जा सकेगा।
- इस योजना का लाभ राज्य के लगभग 300000 महिलाओं को प्रदान किया जाएगा
- राज्य की वह सभी महिलाएं जो इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहती हैं उन्हें जल्द से जल्द आवेदन करना होगा।
Ghasyari Kalyan Yojana की विशेषताएं
इस योजना की विशेषताएं कुछ इस प्रकार है:-
- इस योजना को आरंभ करने की घोषणा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा 25 फरवरी 2021 को बजट पेश करते हुए की गई।
- उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को उनके क्षेत्र में चारे की आपूर्ति की जाए।
- ताकि राज्य की महिलाओं को चारा प्राप्त करने के लिए विभिन्न जंगलों के चक्कर काटने की आवश्यकता ना पड़े।
- Ghasyari Kalyan Yojana को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को चारा उपलब्ध कराया जाए,
- और उनके कंधों से बोझ कम किया जा सके।
- चारा प्राप्त करने के लिए महिलाओं को जंगल के चक्कर काटने पड़ते हैं,
- और ऐसे में वे जंगली जानवरों के हादसों का शिकार हो जाती हैं।
- इसी समस्या को दूर करने हेतु उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा इस योजना को आरंभ करने की घोषणा की गई है।
- Uttrakhand Ghasiyari Kalyan Yojana की शुरूआत सरकार द्वारा सितंबर 2021 को की जाएगी।
- इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा 25 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
- सरकार द्वारा महिलाओं को चारों उपलब्ध कराने हेतु 7,771 केंद्रों का शुभारंभ किया जाएगा।
- इन केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को 3 रुपये प्रति किलो की दर से चारा प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना को आरंभ करने का दूसरा मुख्य उद्देश्य है कि जानवरों को पौष्टिक भोजन सब्सिडी दरों पर प्रदान किया जा सके।
- राज्य की सभी महिलाएं आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे एवं उनके कंधों से बोझ कम होगा।
- इस योजना के माध्यम से पशु स्वस्थ और दूध की उपज में दोहरा लाभ होगा।
- यदि आप भी घसियारी कल्याण योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं,
- तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना होगा।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के तहत पात्रता
इस योजना के तहत पात्रता कुछ इस प्रकार है:-
- आवेदक उत्तराखंड का स्थाई निवासी होने चाहिए
- इस योजना का लाभ केवल महिलाओं को प्रदान किया जाएगा।
- महिला पर्वतीय क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र से होनी अनिवार्य है।
- उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को प्रदान किया जाएगा जो चारा लेने के लिए जंगलों में भटकती है।
Uttarakhand Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana Important Documents
इस योजना में महत्वपूर्ण दस्तावेज कुछ इस प्रकार है:-
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- आवेदक का पता
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
- पैन कार्ड
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
राज्य के इच्छुक लाभार्थी जो इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि सरकार द्वारा अभी इस योजना को आरंभ करने की घोषणा की गई है। सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ सितंबर के महीने में किया जाएगा। जैसे ही सरकार द्वारा उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया से संबंधित कोई भी जानकारी प्रदान की जाती है। वैसे ही हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से इसके तहत आवेदन की प्रक्रिया के बारे में संपूर्ण जानकारी स्पष्ट करेंगे। यदि तब तक आप को इस योजना से संबंधित कोई भी कठिनाई या मन में कोई भी प्रश्न आता है तो आप हम से नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।